CHILD
PSYCHOLOGY
Growth (वृध्दि) & Development (विकास)
Growth (वृध्दि)
एक सीमा तक जाएगा उसके बाद रूक जाएगा य़ा कम हो जाएगा।
Quantitative
जैसे - Height, Weight etc
It has Narrow Domain.
It is included in Development. Means it is the part of Development.
Development (विकास)
विकास एक ऐसी प्रक्रिया है जो सतत् चलती है तथा
जिसमें गुणगत्मक परिवर्तन तथा परिमाणात्मक
(मात्रात्मक) परिवर्तन दोनों सम्मिलित रहते हैं।
It is structural.
Quantitative & Qualitative.
Functional, Assessment
It has Broad Domain.
It is continuous process.
Development is a lifelong process.
Goes from conception to death means womb to tomb
It is systematic, progressive and orderly.
Simple to complex.
Multi directional.
Not always constant.
Changes are relatively stable.
Development is contextual.
Individual differences are there.
Modifiable/Changeable.
It is Irreversible in nature.
Development Aspects(विकास के पहलू):-
Physical (शारीरिक)
Cognitive (संज्ञानात्मक)
Social (सामाजिक)
Emotional (सांवेगिक)
These aspects are interrelated.
Physical (शारीरिक)
Motor
Gross motor
(स्थूल गतिक) (सूक्ष्म)
दौड़ना, कूदना
बड़ी muscle का कार्य़ छोटी muscle का कार्य़
लिखना, ड्राइंग करना
जैसे - जब एक बाॅलर बाॅल डालता है तो वह द़ौड़ (gross motor skill)
कर आता है और बाॅल को अंगूलियों (fine motor skill) के सहारे
घुमाकर फैंकेगा।
Stages of Child Development(बाल विकास के चरण):-
Prenatal Period (गर्भावस्था) [0-9 months]
Infancy (शैशवास्था) [0-2 years]
Rapid Growth, Physical development
3. Childhood (बाल्यावस्था) [2-11years]
Early Childhood (पूर्वबालयावस्था) [2-6 years]
Later Childhood (उतरबालयावस्था)[7-11years]
Gang age,
Language development (भाषा विकास
4. Adolscence (किशोरावस्था) [13-19]
Identity crisis, Golden period, Active member of group, Lack of
emotional stability, Leadership
(Stress & Storm Age) तनाव और तूफान की अवस्था – By Stanley
Hall
Principles of Development:-
1.Principle of Continuity (निरंतरता का सिध्दांत)
गर्भ से कब्र तक (From Womb to Tomb)
2. Principle of Individual Differences (व्यक्तिगत
विभिन्नताएं)
differences varies from person to person
Intelligence, Interest, Values, Aptitude
3. Principle of uniformity/ Sequential (क्रमबध्दता)
Stepwise things are happen (बैठना, कूरना, खड़े होना, चलना)
4. Principle of Integration (एकीकरण)
Stability on each part of the body
एक साथ सभी अंगों पर नियंत्रण आ जाना।
Just like Driving
5. Principle of Prediction(अनुमान लगाना)
बचपन में ही बच्चे के लक्षणों को देखकर अनुमान लगाना।
बच्चा जल्दी बोलने लग जाएगा तो बोलेंगे कि ये बड़ा होकर तेज होगा।
6. Principle of Direction(दिशा का सिध्दांत)
Sensory _ Concrete _ Abstract
Heredity And Environment (आनुवांशिकता और पर्यावरण)
Heredity आनुवांशिकता
Colour of eyes
Height
Hair colour
Blood Group etc.
Fixed/ Not Changeable
Environment पर्यावरण
Dynamic
Shift one place to another.
It means I live in Himachal Pradesh but after some days I can change my place to other place like Rajasthan.
It is changed.
Woodberth (वु़डवर्थ) says
Development is product of Heredity and Environment.
Socialisation (समाजीकरण)
Child Adopt – Norms, Values, Rule of the Society.
Primary Socialisation (प्राथमिक)
Family
Secondary Socialisation(गौण)
School, Friends
Agents of Socialisation
Family, School, Media
Formal(औपचारिक)
Regular School, Collages
Informal(अनौपचारिक)
Family, Friends
Non-Formal(गैर-औपचारिक)
IGNOU, ICDEOL, NIOS
Gender (लिंग)
समाज द्वारा निर्धारित
Gender Stereotype(लैंगिक रूढ़िवादिता)
समाज ने निर्धारित कर दिया कि लड़कियाँ सिर्फ यहीं काम कर सकती है।
Gender Bias (लिंग भेद)
Break the
Gender Pairity (लैंगिक समानता)
Gender Neutral (तटस्थता)
Sex
Biological Concept according to there physical body.
Intelligence (बुध्दि)
बुद्धि लब्धि
मानसिक आयु (Mental age) व शारीरिक आयु (Chronological age) में अनुपात को बुद्धि लब्धि (intelligence quotient) सूत्र कहा जाता है जिसे कहा जाता है। इसके अनुसार-
IQ (बुध्दिलब्धि)= MA/CA *100
बुद्धि परीक्षण का उपयोग बुद्धि को मापने में किया जाता है। इसे बुद्धिमापनी भी कहा जाता है। बुद्धि परीक्षण का जनक (Father of intelligence test) बिने को कहा जाता है।
MA= mental age
मानसिक आयु
यह बालक की बुद्धि से संबंधित एक अवधारणा है। जो किसी विशिष्ट व्यक्ति, एक विशिष्ट आयु में, बौद्धिक रूप से प्रदर्शन करता है। इसका विचार 1908 में अल्फ्रेड बिने दे दिया था।
CA= Chronological / biological age
शारीरिक आयु
यह किसी व्यक्ति के जीवित रहने के वर्षों की संख्या है। इसे कालानुक्रमिक आयु भी कहा जा सकता है।
Concept of Mental Age Given By Alfred Biney.
IQ Concept
given by – William Stern (1912)
Modification – Terman (1920)
लुईस टर्मन (Lewis terman) के द्वारा किया गया IQ वर्गीकरण
Two Factor Theory of Intelligence –
General Intelligence Specific Intelligence
Given By Spereman
Triarchic Theory of Intelligence
Practical Analytical
Creative
Given By – Robert Sternberg
Practical Intelligence –
Example: Street smart boy like plumber, Belder, and working people.
Creative Intelligence –
New creating Ability
Analytical Intelligence –
Learning by Analysis
Multiple Intelligence Theory
Given By Howard Gardner
Verbal Linguistic(मौखिक भाषाई)
One who have good Language verbal like reporter
Logical Mathematical(तार्किक गणितीय)
Scientist, Mathematician
Musical Intelligence
Singer, Music composer, Music editor etc.
Bodily Kinesthetic(शारीरिक काइनेस्थेटिक)
Virat Kohli like sports persons,
Spatial Intelligence(स्थानिक खुफिया)
Space related – architecture, Painter, etc.
Interpersonal(अंतर्संबंध-विषयक्)
अच्छा बोलना – LIC agent, Shopkeeper, etc.
Intrapersonal
Satguru – understanding ownself completely
Natural Intelligence(प्राकृतिक खुफिया)
Farmers, Botanist, Zoologist, etc.
Motivation(अभिप्रेरणा)
The main types are :
Internal (intrinsic) (आंतरिक)
Reason Internally (learning something)
External (extrinsic) (बाह्य)
For Job & attain High score in exam
Motivation is National Highway to your Learning.
Given By – B.F. Skinner
Motivation Cycle
Bloom Taxonomy ब्लूम का वर्गीकरण
ब्लूम के वर्गीकरण के आधार पर ही कई मनोवैज्ञानिकों ने अपने परीक्षण किए और वह अपने परीक्षणों में सफल भी हुए। इस आधार पर यह माना जा सकता है कि ब्लूम का यह सिद्धांत काफी हद तक सही हैं। बेंजामिन ब्लूम के वर्गीकरण (bloom taxonomy) में संज्ञानात्मक उद्देश्य, भावात्मक उद्देश्य, मनोशारीरिक उद्देश्य समाहित हैं।
Coginitive _ Bloom
Affective – David krathiod
Psychomotor/Conative - Thymson
6. Evaluationमूल्यांकन
5. Synthesis संश्लेषण
4. Analysis विश्लेषण
3. Application अनुप्रयोग
2. Comprehension बोध
1. Knowledgeज्ञान
संज्ञानात्मक उद्देश्य Cognitive Domain
1. ज्ञान (Knowledge) – ज्ञान को ब्लूम ने प्रथम स्थान दिया क्योंकि बिना ज्ञान के बाकी बिंदुओं की कल्पना करना असंभव हैं। जब तक किसी वस्तु के बारे में ज्ञान (knowledge) नही होगा तब तक उसके बारे में चिंतन करना असंभव है और अगर संभव हो भी जाये तो उसको सही दिशा नही मिल पाती। इसी कारण ब्लूम के वर्गीकरण में इसकी महत्ता को प्रथम स्थान दिया गया।
2. बोध (Comprehensive) – ज्ञान को समझना उसके सभी पहलुओं से परिचित होना एवं उसके गुण-दोषों के सम्बंध में ज्ञान अर्जित करना।
3. अनुप्रयोग (Application) – ज्ञान को क्रियान्वित (Practical) रूप देना अनुप्रयोग कहलाता हैं प्राप्त किये गए ज्ञान की आवश्यकता पड़ने पर उसका सही तरीके से अपनी जिंदगी में उसे लागू करना एवं उस समस्या के समाधान निकालने प्राप्त किये गए ज्ञान के द्वारा। यह ज्ञान को कौशल (Skill) में परिवर्तित कर देता है यही मार्ग छात्रों को अनुभव प्रदान करने में उनकी सहायता भी करता हैं।
4. विश्लेषण (Analysis) – विश्लेषण से ब्लूम का तात्पर्य था तोड़ना अर्थात किसी बड़े प्रकरण (Topic) को समझने के लिए उसे छोटे-छोटे भागों में विभक्त करना एवं नवीन ज्ञान का निर्माण करना तथा नवीन विचारों की खोज करना। यह ब्लूम का विचार समस्या-समाधान में भी सहायक हैं।
5. संश्लेषण (Sysnthesis) – प्राप्त किये गए नवीन विचारो या नवीन ज्ञान को जोड़ना उन्हें एकत्रित करना अर्थात उसको जोड़कर एक नवीन ज्ञान का निर्माण करना संश्लेषण कहलाता हैं।
6. मूल्यांकन (Evalution) – सब करने के पश्चात उस नवीन ज्ञान कमूल्यांकन करना कि यह सभी क्षेत्रों में लाभदायक है कि नहीं। कहने का तात्पर्य है कि वह वैध (Validity) एवं विश्वशनीय (Reliabelity) हैं या नहीं। जिस उद्देश्य से वह ज्ञान छात्रों को प्रदान किया गया वह उस उद्देश्य की प्राप्ति करने में सक्षम हैं कि नही यह मूल्यांकन द्वारा पता लगाया जा सकता हैं